हिंदी कहानियां - भाग 164
मोनू की खरीददारी
मोनू की खरीददारी मोनू के पिताजी,आज शहर से वापस आ रहे हैं। मोनू बहुत खुश है। मोनू, मीना को भी अपने घर ले जाता है। मोनू के पिताजी का पैर फिसलने के कारण उनके हाथ की हड्डी टूट गयी थी तो डॉक्टर को उनके हाथ पर प्लास्टर लगाना पड़ा। सब चिंतित होते हैं। मोनू की माँ, घर का सामान बाज़ार से खरीदकर लाने की जिम्मेदारी मोनू को दे देतीं हैं। और अगले दिन........ मोनू, मीना पेड के नीचे बैठे हैं। मोनू चिंतित है कि वह घर के सामान की खरीददारी कैसे करेगा। मीना खेल के माध्यम से मोनू का डर दूर करने का तरीका निकालती है। .... पात्र परिचय- मीना – दुकानदार (लालाजी) मोनू- ग्राहक पेड़- दुकान (मान लेते हैं) मोनू- लालाजी आधा किलो चीनी और नहाने का साबुन चाहिए। मीना- साबुन कौन सा दूँ मोनू बेटा, खुशबू वाला या नीम वाला। मोनू- खुशबू वाला साबुन कितने रुपये का है? मीना- खुशबू वाला 7 रुपये का और नीम वाला 5 रूपये का । मोनू-(सोचते हुए....नीम वाला सफाई भी अच्छी करता है और सस्ता भी है। ) नीम वाला साबुन। मीना, मोनू की तारीफ करती है और हौसला भी बढाती है। और अगले दिन............(मोनू सामान की सूची लेकर दुकान पर) मोनू- लालाजी, मुझे दो नहाने के साबुन, सरसों का तेल, 100 ग्राम हल्दी और नमक की थैली दे दीजिये। लालाजी- (सामान का हिसाब लगाते हुए) मोनू बेटा नमक कौन सा दूँ? सस्ते वाला या आयोडीनयुक्त नमक! मोनू- सस्ते वाला दीजिये। (मोनू खुश है ...और मन ही मन बाते करते हुए घर जाता है) ........और घर पर डॉक्टर बाबू, मोनू के पिताजी के हाथ की जांच कर रहे हैं। मोनू आकर सारा सामान अपनी माँ को देता है...और बचाए हुए पैसे भी देता है। डॉक्टर बाबू – (नमक की थैली देखकर) अरे मोनू! ये साधारण नमक क्यों लेकर आये हो? मोनू- नमक तो सब एक जैसे ही होते हैं डॉक्टर बाबू । डॉक्टर बाबू- इस नमक में आयोडीन नहीं है। मोनू- आयोडीन क्या होता है? डॉक्टर बाबू! डॉक्टर बाबू समझाते हैं कि आयोडीन एक ऐसा तत्व है जो हमारे शरीरके लिए बहुत जरूरी है। यह दिमाग को तेज बनाता है, और किसी कम को ध्यान लगाकर सही तरीके से करने में मदद करता है। साथ ही हमारे शरीर को स्वस्थ बनाता है। याद रखो, शरीर को स्वस्थ रखने और दिमाग को तेज बनाने के लिए रोज खाने में आयोडीनयुक्त नमक ही लेना चाहिए।